स्पर्श भाग -2 गिरगिट (निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए )
NCERT Solutions for Class 10 Sparsh Part 2 Hindi Chapter 14 – Girgit
प्रश्न 1: काठगोदाम के पास भीड़ क्यों इकट्ठी हो गई थी?
उत्तर: ख्यूक्रिन नाम के एक सुनार को कुत्ते ने काट लिया। उसने गिरते-पड़ते कुत्ते की टांग को पकड़ा और चीखा “मत जाने दो” उसके चीखने की आवाज़ सुनकर भीड़ इकट्ठी हो गई।
प्रश्न 2: उँगली ठीक न होने की स्थिति में ख्यूक्रिन का नुकसान क्यों होता?
उत्तर: ख्यूक्रिन का काम पेचीदा था। बिना उँगुली के कोई काम नहीं हो पाता और इससे उसका नुकसान होता।
प्रश्न 3: कुत्ता क्यों किकिया रहा था?
उत्तर: ख्यूक्रिन ने कुत्ते की टांग पकड़ ली थी और वह उसे घसीट रहा था। इसलिए कुत्ता किकिया रहा था।
प्रश्न 4: बाज़ार के चौराहे पर खामोशी क्यों थी?
उत्तर: बाज़ार में दुकानें खुली थी पर आदमी का नामोनिशान नहीं था। पूरी तरह से खामोशी छाई थी।
प्रश्न 5: जनरल साहब के बावर्ची ने कुत्ते के बारे में क्या बताया?
उत्तर: बावर्ची ने कुत्ते के बारे में बताया कि कुत्ता जनरल साहब के भाई का था।
प्रश्न 6: ख्यूक्रिन ने मुआवज़ा पाने की क्या दलील दी?
उत्तर: ख्यूक्रिन ने मुआवज़ा पाने के लिए स्वयं को कामकाज़ी बताते हुए दलील दी कि उसका काम पेचीदा है। हफ़्ते भर तक वह काम नहीं कर
पाएगा, उसका नुकसान होगा। इसलिए कुत्ते के मालिक से उसे हरज़ाना दिलवाया जाए।
प्रश्न 7: ख्यूक्रिन ने ओचुमेलॉव को उँगली ऊपर उठाने का क्या कारण बताया?
उत्तर: ख्यूक्रिन ने ओचुमेलॉव को उँगली उठाने का कारण बताया कि वह लकड़ी लेकर अपना कुछ काम निपटा रहा था तब अचानक एक पिल्ले ने आकर उसकी उँगली काट ली। इसलिए उसने उँगली उठा रखी है।
प्रश्न 8: येल्दीरीन ने ख्यूक्रिन को दोषी ठहराते हुए क्या कहा?
उत्तर: येल्दीरीन ओचुमेलॉव की हाँ में हाँ मिलाता था। उसने कहा कि ख्यूक्रिन शैतान किस्म का व्यक्ति है। हमेशा शरारत करता रहता है। हो सकता है इसने जलती सिगरेट से कुत्ते की नाक जला डाली हो। बिना कारण कुत्ता किसी को काटता नहीं है। इस तरह उसने ख्यूक्रिन को दोषी ठहराया।
प्रश्न 9: ओचुमेलॉव ने जनरल साहब के पास यह संदेश क्यों भिजवाया होगा कि ‘उनसे कहना कि यह मुझे मिला और मैंने इसे वापस उनके पास भेजा है’?
उत्तर: ओचुमेलॉव एक चापलूस किस्म का सिपाही था। उसने यह संदेश भिजवाया ताकि वह जनरल साहब को खुश कर सके, वे उसे एक बेहतर इंस्पेक्टर माने और साथ ही वह यह भी बताना चाहता था कि उसे जनरल साहब और उनके कुत्ते का कितना ख्याल है।
प्रश्न 10: भीड़ ख्यूक्रिन पर क्यों हँसने लगती है?
उत्तर: ख्यूक्रिन ने अपनी उँगली काटने वाले कुत्ते के मालिक से हरज़ाना देने की बात कही तो पुलिस वालों ने जनरल साहब को खुश करने के लिए दोष ख्यूक्रिन के सिर मढ़ दिया। उँगली आवारा कुत्ते ने काटी थी। तुरंत ख्यूक्रिन की गलती उसी पर थोप दी गई जिससे सारी भीड़ हँसने लगी।
प्रश्न 11: किसी कील-वील से उँगली छील ली होगी−ऐसा ओचुमेलॉव ने क्यों कहा?
उत्तर: ओचुमेलॉव चापलूस सिपाही है। जब ख्यूक्रिन की उँगली कटती है तो कुत्ते के मालिक को भला बुरा कहता है, उसे मज़ा चखाने तक
की बात करता है परन्तु जैसे ही उसे पता चलता है कुत्ता जनरल साहब या उनके भाई का है। वह एकदम बदल गया और ख्यूक्रिन को ही दोषी ठहराने लगा कि किसी कील-वील से उँगली छील ली होगी और इल्ज़ाम कुत्ते पर लगा रहा है। ऐसा कहकर अपने अफसरों को खुश करने का तथ्य सामने आता है।
प्रश्न 12: ओचुमेलॉव के चरित्र की विशेषताओं को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर: ओचुमेलाव अत्यंत भ्रष्टाचारी, चालाक, स्वार्थी, मौकापरस्त, दोहरे व्यक्तित्व, चापलूस और अस्थिर प्रकृति का व्यक्ति है। वह अवसर वादी भी है। दुकानदारों से जबरन चीज़ें ऐठता है। कर्त्तव्य निष्ठ नहीं है फिर भी लोगों पर रोब डालता है। अपने लाभ के लिए किसी के
साथ भी अन्याय कर सकता है। अपने पद का लाभ उठाने के लिए वह ख्यूक्रिन पर दोष लगाता है और कुत्ते को ज़बरदस्ती जनरल साहब के
घर भिजवाता है।
प्रश्न 13: यह जानने के बाद कि कुत्ता जनरल साहब के भाई का है−ओचुमेलॉव के विचारों में क्या परिवर्तन आया और क्यों?
उत्तर: ओचुमेलॉव पहले तो कुत्ते को मरियल, आवारा, भद्दा कहता है और गोली मारने की बात करता है परन्तु जैसे ही उसे पता चलता है कि यह जनरल साहब के भाई का है – उसके व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है। वह उसे वह ‘सुंदर डॉगी’ लगने लगा। वह उस ‘खूबसूरत नन्हे पिल्ले’
को जनरल साहब तक पहुँचाने के लिए कहने लगा। उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह जानता था कि यह खबर जनरल साहब तक पहुँचेगी और वे खुश होंगे। इससे उसे फायदा होगा।
प्रश्न 14: ख्यूक्रिन का यह कहना कि ‘मेरा एक भाई भी पुलिस में है…..।’ समाज की किस वास्तविकता की ओर संकेत करता है?
उत्तर: ख्यूक्रिन का यह कथन कि ‘मेरा एक भाई भी पुलिस में है’ इस बात को स्पष्ट करता है कि पुलिस में रिश्तेदार हो तो किसी पर भी रौब दिखाया जा सकता है। पुलिस में भाई, भतीजावाद पक्षपात, रिश्वतखोरी आदि की सच्चाइयों को बताना चाहता है। जान-पहचान के बल पर किस तरह लाभ उठाया जा सकता है।
प्रश्न 15: इस कहानी का शीर्षक ‘गिरगिट’ क्यों रखा होगा? क्या आप इस कहानी के लिए कोई अन्य शीर्षक सुझा सकते हैं? अपने शीर्षक का आधार भी स्पष्ट कीजिए?
उत्तर: इस कहानी का शीर्षक ‘गिरगिट’ रखा गया है क्योंकि गिरगिट समय के अनुसार अपने को बचाने के लिए रंग बदल लेता है। उसी प्रकार इंस्पेक्टर भी मौका परस्त है। पहले तो कुत्ते को भला बुरा कहता है, गोली मारने की बात करता है परन्तु कुत्ते का जनरल के भाई से संबद्ध होने का पता लगते ही वह बदल जाता है। वह मरियल कुत्ता ‘सुन्दर डॉगी’ हो जाता है और ख्यूक्रिन को बुरा भला कहने लगता है।
इसका नाम “अवसरवादी, बदलते रंग, चापलूसी आदि भी रखा जा सकता है।
प्रश्न 16: ‘गिरगिट’ कहानी के माध्यम से समाज की किन विसंगतियों पर व्यंग्य किया गया है? क्या आप ऐसी विसगतियाँ अपने समाज में भी देखते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: गिरगिट कहानी के माध्यम से समाज की अनेक विसंगतियों पर व्यंग्य किया गया है। वे इस प्रकार हैं-
1. बेज़ुबान जानवरों पर अत्याचार करना।
2. समाज में चाटुकारिता का बोलबाला। ऐसे व्यक्ति शासन व्यवस्था में चापलूसी करके ऊँचे पदों पर बैठ जाते हैं।
3. अभिजात्य वर्ग या उच्च पदाधिकारियों की गलती को अनदेखा किया जाता है। उन्हें कुछ भी करने की छूट मिल जाती है।
4. आम जनता की अनदेखी और शोषण किया जाता है। उन्हें अन्याय सहना पड़ता है।
5. शासन व्यवस्था में पक्षपात का होना।
हम अपने समाज में भी इस प्रकार की विसंगतियों को देखते हैं। हमारे समाज में जानवरों पर आए दिन अत्याचार होते रहते हैं। चापलूस लोग तरक्की करते हैं और परिश्रमी मुँह देखते रह जाते हैं। अभिजात्य वर्ग या उच्च पदाधिकारियों द्वारा अपने अधिकारों का गलत फायदा उठाया जाता है, जिससे आम जनता को नुकसान उठाना पड़ता है। आम जनता को न्याय के लिए दर भटकना पड़ता है। उनका शोषण किया जाता है। यदि आवाज़ उठाते हैं, तो उन्हें दबा दिया जाता है। शासन व्यवस्था में पक्षपात का भी प्रभाव देखा जाता है। नौकरियों आदि में यह तो प्रायः देखा जा सकता है। उसे ही नौकरी मिलती है, जिसकी पहचान अधिक होती है।
प्रश्न 17: निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए −
उसकी आँसुओं से सनी आँखों में संकट और आतंक की गहरी छाप थी।
उत्तर: ख्यूक्रिन ने कुत्ते को बुरी तरह घसीटा था जिससे उसकी आँखों में आँसू आ गए थे। वह डर से काँप रहा था और सहमा हुआ था।
चूंकि उसे यह नहीं पता था कि यह किसका कुत्ता है। परन्तु वह कुत्ता जैसे उसे आने वाले संकट से सावधान करना चाहता हो कि उसे इस बदसलूकी की सज़ा मिलेगी।
प्रश्न 18: निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए −
कानून सम्मत तो यही है….. कि सब लोग अब बराबर हैं।
उत्तर: ख्यूक्रिन एक आम आदमी था। जब यह पता चला कि यह कुत्ता जनरल का है तो वह कानून की दुहाई देने लगा कि कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए। गरीब और अमीर सबके लिए बराबर होना चाहिए तथा सबको न्याय मिलना चाहिए।
प्रश्न 19: निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए −
हुज़ूर ! यह तो जनशांति भंग हो जाने जैसा कुछ दीख रहा है।
उत्तर: बाज़ार में सन्नाटा छाया हुआ था। ख्यूक्रिन के चीखने पर भीड़ इकट्ठी हो गई। ऐसा लग रहा था मानो कोई दंगा हो गया है। इस
स्थिति को निपटाने के लिए चापलूस सिपाही ने इंस्पेक्टर से कहा कि जैसे जनशांति भंग होती है उसी तरह उस समय शांति भंग होती दिखाई दे रही थी।
प्रश्न 20:नीचे दिए गए वाक्यों में उचित विराम-चिह्न लगाइए −
(क) माँ ने पूछा बच्चों कहाँ जा रहे हो
(ख) घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा था
(ग) हाय राम यह क्या हो गया
(घ) रीना सुहेल कविता और शेखर खेल रहे थे
(ङ) सिपाही ने कहा ठहर तुझे अभी मजा चखाता हूँ
उत्तर:
(क) माँ ने पूछा “बच्चों कहाँ जा रहे हो।”
(ख) घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा था।
(ग) हाय राम! यह क्या हो गया।
(घ) रीना, सुहेल, कविता और शेखर खेल रहे थे।
(ङ) सिपाही ने कहा ‘ठहर तुझे अभी मज़ा चखाता हूँ।’
प्रश्न 21: नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित अंश पर ध्यान दीजिए −
- मेरा एक भाई भी पुलिस में है।
- यह तो अति सुंदर ‘डॉगी’ है।
- कल ही मैंने बिलकुल, इसी की तरह का एक कुत्ता उनके आँगन में देखा था।
वाक्य के रेखांकित अंश ‘निपात’ कहलाते हैं जो वाक्य के मुख्य अर्थ पर बल देते हैं। वाक्य में इनसे पता चलता है कि किस बात पर बल दिया जा रहा है और वाक्य क्या अर्थ दे रहा है। वाक्य में जो अव्यय किसी शब्द या पद के बाद लगकर उसके अर्थ मे विशेष प्रकार का बल या भाव उत्पन्न करने में सहायता करते हैं उन्हें निपात कहते हैं;
जैसे − ही, भी, तो, तक आदि। ही, भी, तो, तक आदि निपातों का प्रयोग करत हुए पाँच वाक्य बनाइए।
उत्तर: ही − तुम ही सिर्फ़ वहाँ जाना।
भी − आप भी हमारे साथ चलिए।
तो − मैनें तो पहले ही इसकी सूचना दे दी थी।
तक − रात तक वह वहाँ रहा।
प्रश्न 22: पाठ में आए मुहावरों में से पाँच मुहावरे छाँटकर उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
उत्तर:
1. ज़मीन फाड़कर निकल आना − अभी तक वहाँ कोई नहीं था। अचानक सब लोग इकट्ठे हो गए मानो ज़मीन फाड़कर निकल आए हो।
2. घेरकर खड़े होना −अभिनेता को लोग घेर कर खड़े हो गए।
3. ज़िंदगी नरक होना − उसका सब कुछ खत्म हो गया और उसकी ज़िंदगी नरक हो गई।
4. मत्थे मढ़ देना − सिपाही ने सारा दोष मोहन के मत्थे मढ़ दिया।
5. मज़ा चखाना − वह बहुत अकड़ रहा था सबने उसे अच्छा मज़ा चखाया।
प्रश्न 23: नीच दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग लगाकर शब्द बनाइए −
(क) | …………….. | + | भाव | = | …………….. |
(ख) | …………….. | + | पसंद | = | …………….. |
(ग) | …………….. | + | धारण | = | …………….. |
(घ) | …………….. | + | उपस्थित | = | …………….. |
(ङ) | …………….. | + | लायक | = | …………….. |
(च) | …………….. | + | विश्वास | = | …………….. |
(छ) | …………….. | + | परवाह | = | …………….. |
(ज) | …………….. | + | कारण | = | …………….. |
उत्तर:
(क) | दुर् | + | भाव | = | दुर्भाव |
(ख) | ना | + | पसंद | = | नापसंद |
(ग) | सा | + | घारण | = | साधारण |
(घ) | अनु | + | उपस्थित | = | अनुपस्थित |
(ङ) | ना | + | लायक | = | नालायक |
(च) | अ | + | विश्वास | = | अविश्वास |
(छ) | ला | + | परवाह | = | लापरवाह |
(ज) | अ | + | कारण | = | अकारण |
प्रश्न 24: नीचे दिए गए शब्दों में उचित प्रत्यय लगाकर शब्द बनाइए −
मदद | + | …………….. | = | …………….. |
बुद्धि | + | …………….. | = | …………….. |
गंभीर | + | …………….. | = | …………….. |
सभ्य | + | …………….. | = | …………….. |
ठंड | + | …………….. | = | …………….. |
प्रदर्शन | + | …………….. | = | …………….. |
उत्तर:
मदद | + | गार | = | मद्दगार |
बुद्धि | + | मान | = | बुद्धिमान |
गंभीर | + | ता | = | गंभीरता |
सभ्य | + | ता | = | सभ्यता |
ठंड | + | आ | = | ठंडा |
प्रदर्शन | + | कारी | = | प्रदर्शनकारी |
प्रश्न 25: नीचे दिए गए वाक्यों के रेखांकित पदबंध का प्रकार बताइए −
(क) दुकानों में ऊँघते हुए चेहरे बाहर झाँके।
(ख) लाल बालोंवाला एक सिपाही चला आ रहा था।
(ग) यह ख्यूक्रिन हमेशा कोई न कोई शरारत करता रहता है।
(घ) एक कुत्ता तीन टाँगों के बल रेंगता चला आ
रहा है।
उत्तर:
(क) | दुकानों में ऊँघते हुए चेहरे बाहर झाँके। |
= | संज्ञा पदबंध |
(ख) | लाल बालोंवाला एक सिपाही चला आ रहा था। |
= | विशेषण पदबंध |
(ग) | यह ख्यूक्रिन हमेशा कोई न कोई शरारात करता रहता है। |
= | संज्ञा पदबंध |
(घ) | एक कुत्ता तीन टाँगों के बल रेंगता चला आ रहा है। |
= | क्रिया पदबंध |
प्रश्न 26: आपके मोहल्ले में लावारिसआवार कुत्तों की संख्या बहुत ज़्यादा हो गई है जिससे आने-जाने वाले लोगों को असुविधा होती है। अत: लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नगर निगम अधिकारी को एक पत्र लिखिए।
उत्तर:
पताः ………………..
दिनांकः …………….
सेवा में,
नगर निगम अधिकारी,
नई दिल्ली ।
विषयः आवारा कुत्तों के कारण उपजी समस्या को दर्शाने हेतु पत्र।
माननीय महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं दक्षिणी दिल्ली का निवासी हूँ। हमारे इस क्षेत्र में आवारा कुत्तों की आबादी बहुत बढ़ गई है। ये यहाँ-वहाँ समूह बनाकर घूमते रहते हैं। आने-जाने वाले लोग इनके कारण बहुत परेशान है। ये राह चलते लोगों को काट लेते हैं या उन पर अचानक भौंकने लगते है। इस कारण से कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यहाँ के लोगों का जीवन इनके कारण अस्त-व्यस्त हो गया है। आए दिन कुत्तों द्वारा काटने के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। हमने इस विषय में कई बार आपके विभाग को सूचित किया है। परन्तु उनकी ओर से इस विषय पर सकारात्मक जवाब नहीं मिला है। अतः हारकर हम आपको पत्र लिखकर रहे हैं।
आपसे विनम्र अनुरोध है कि उक्त समस्या के निदान के लिए तुरंत उचित कदम उठाने की कृपा करें। हम सारे क्षेत्रवासी आपके आभारी रहेंगे।
धन्यवाद
भवदीय
राहुल वर्मा